जयपुर विकास आयुक्त आनंदी की अध्यक्षता में जेडीए के मंथन सभागार में ट्रेफिक कन्ट्रोल बोर्ड की समीक्षा सम्पन्न हुई। इस दौरान विभिन्न एजेण्डों पर विचार-विमर्श कर निर्णय लिये गये। समीक्षा में एडीशनल कमिषनर (टेफिक), सचिव जेडीए, डीसीपी ट्रेफिक, जेडीए के अभियांत्रिकी निदेशक-प्रथम एवं द्वितीय, निदेशक आयोजना, अतिरिक्त मुख्य अभियंता-सदस्य सचिव टीसीबी, मुख्य सतर्कता अधिकारी नगर निगम ग्रेटर एवं हैरिटेज, राजस्थान आवासन मण्डल, मुख्य नियंत्रक प्रवर्तन, स्मार्टसिटी, क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी परिवहन विभाग, पीडब्ल्यूडी, एनएचएआई, जेएमआरसी, नगर निगम ग्रेटर एवं हैरिटेज, रीको के अधिकारीगण और मुस्कान एनजीओ के प्रतिनिधि उपस्थित थे।
टेम्पो और चौपहिया वाहनों के लिये खुलेगें नवीन मार्ग —
शहर में यात्रि भार को देखते हुए महापुरा से जीवन रेखा अस्पताल और सरना डूंगरी औद्योगिक क्षेत्र से मानसरोवर मेट्रो स्टेशन तक 8- 10 सीटर टेम्पो चौपहिया वाहनों के नवीन मार्ग खोले जाने व वृद्धिकरण/स्कोप निर्धारण का प्रस्ताव को मंजूरी दी गई।
वहीं सड़क पर जाम की स्थिति को देखते हुए बोर्ड ने अजमेर रोडः पुरानी चुंगी नाका से प्रस्तावित हीरापुरा बस टर्मिनल तक, आगरा रोड घाट की घूणी से 52 फीट हनुमान जी तक, दिल्ली रोडः रामगढ़ मोड से आमेर घाटी दिल्ली रोड पर, मैट्रो स्टेशन मानसरोवर से 200 फीट बाई पास अजमेर रोड पर और जयपुर शहर के ओवर ब्रिज- भारत जोड़ो सेतु, अजमेर पुलिया, टोंक रोड पुलिया, गोपालपुरा पुलिया, दुर्गापुरा पुलिया, सांगानेर पुलिया पर जयपुर शहर के ई-रिक्शा—ई-कार्ट संचालन को प्रतिबंधित किए जाने का अनुमोदन किया गया। सुगम यातायात हेतु ई-रिक्शा / ई-कार्ट चालकों को दस दिवस की ट्रेनिंग दिये जाने के निर्देश भी दिये।
ई-रिक्शा प्रतिबंधित क्षेत्र में यात्रियों की सुविधा के लिये चलेगें 35000 वाहन—
जयपुर शहर के उपरोक्त सभी मार्गों पर (जिन पर ई-रिक्शा / ई-कार्ट को प्रतिबंधित किया गया है) पर्याप्त संख्या में मिनी बस, टैम्पों 08 से 10 सीटर और ऑटो रिक्शा (सीएनजी/एलपीजी) उपलब्ध है। जिससे शहर में यात्रियों को एक स्थान से दूसरे स्थान पर जानें के लिए कोई असुविधा नहीं होगी। जयपुर नगर निगम सीमा क्षेत्र में वर्तमान में एलपीजी / सीएनजी / डीजल चलित वाहनों के लिये 35000 वाहनों (ऑटोरिक्शा) का स्कोप निर्धारण किया हुआ है। जयपुर नगर निगम क्षेत्र में विस्तार, बढ़ती जनसंख्या, बेरोजगारी, साधनों की कमी, पर्यटकों के लिये सुरक्षित व सस्ता साधन इत्यादि को दृष्टिगत रखते हुए वर्तमान निर्धारित स्कोप 35000 में 5000 (सीएनजी/ एलपीजी) ऑटोरिक्शाओं का स्कोप वृद्धिकरण करते हुए निर्धारित सीमा 40000 किये जाने का प्रस्ताव को मंजूरी दी गई। आमजन को यातायात की सुविधा एवं पर्यावरण की दृष्टि से ऑटोरिक्शा (सीएनजी / एलपीजी) एक उपयोगी साधन है। शहर में पानी भराव वाले स्थानों हेतु संबंधित विभाग/अभियंताओं को उचित प्रबंधन और समस्त जेब्रा कॉसिंग से अवरोधकों को हटाये जाने के निर्देश दिये। रेलवे स्टेशन से डीआरएम ऑफिस तक 6 मीटर सडक चौडाई बढाये जाने हेतु रेलवे से भूमि लिये जाने हेतु पत्र प्रेशित करने के निर्देश दिये।
ई-रिक्शों पर लगेगी 5000/— की पेन्ल्टी—
बोर्ड के निणर्य अनुसार जयपुर शहर में ई-रिक्शा के सुलभ संचालन हेतु एप तैयार करने के लिए पत्र क्रमांक 4968-72 दिनांक 21.04.2025 द्वारा परिवहन आयुक्त को पत्र लिख कर, एप सूचना प्रौधौगिकी और संचार विभाग, राजस्थान जयपुर से पत्र प्रेशित किया गया। ई-रिक्शा द्वारा क्यूआर कोड का उल्लघंन कर एक जोन से दूसरे जोन में जाने की स्थिति में पेन्ल्टी हेतु रूपये 5000/-प्रशमन राशि लगाने का प्रावधान है।
नारायण सिंह सर्किल नो पार्किंग जोन घोषित—
पुलिस उपायुक्त, यातायात, जयपुर द्वारा अधिसूचना क्रमांक 2380-92 दिनांक 26.03.2025 द्वारा लालनिवास (नारायण सिंह सर्किल) को नो पार्किंग जोन घोषित कर दिया गया है। यातायात पुलिस द्वारा नारायण सिंह सर्किल पर अतिरिक्त यातायातकर्मी नियोजित कर सतत् निगरनी की जा रही है। नाराण सिहं सर्किल व आस-पास के मार्गों पर सवारी बिठाने/उतारने वाली बसों के विरूद्ध दिनांक 03.04.2025 से 31.05.2025 तक नो पार्किंग-1714, प्रेशर हॉर्न-5, अन्य उल्लघंन-48 और 5 बसों को जब्त किया गया इस प्रकार कु 1772 कार्यवाही की गई है। यह प्रवर्तन कार्यवाही निरन्तर जारी है।