C M NEWS: आंगनबाड़ी केन्द्र हमारे समाज में संस्कारों के केन्द्र हैं —मुख्यमंत्री

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मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि आंगनबाड़ी केन्द्र हमारे समाज में संस्कारों के केन्द्र हैं। शिशु की पहली गुरू माता होती है। दूसरी गुरू आंगनबाड़ी की माता-बहनें हैं। इस भूमिका में वे पोषण वितरण के साथ नौनिहालों को मजबूत और स्वस्थ करने का भी कार्य कर रही हैं। उन्होंने कहा कि महिला सशक्त होगी तो ही देश और प्रदेश सशक्त बनेगा। हमारी सरकार महिलाओं को सुरक्षित वातावरण देते हुए प्रदेश को सुरक्षित, विकसित और नारी सशक्तीकरण का एक रोल मॉडल बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। इस दौरान मुख्यमंत्री ने सुपोषित राजस्थान के लिए आंगनबाड़ी बहनों को पोषण की शपथ भी दिलवाई।
श्री शर्मा मंगलवार को बिडला सभागार में मुख्यमंत्री संग रक्षाबंधन-आंगनबाड़ी बहन सम्मान समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि आंगनबाड़ी बहनें प्रदेश की महिलाओं और बच्चों के जीवन को बेहतर बनाने, उनके स्वास्थ्य और पोषण को सुनिश्चित करने एवं गुणवत्तापूर्ण सेवाएं प्रदान करने में अहम योगदान दे रही हैं। उन्होंने सभी बहनों को रक्षाबंधन की अग्रिम शुभकामनाएं देते हुए कहा कि महिलाएं ‘नारी तू नारायणी’ की भावना को साकार करते हुए बहन, पत्नी, माता, संरक्षक के रूप में बखूबी काम कर रही हैं। ग्रामीण और शहरी परिवेश में महिलाएं घर-परिवार को आगे बढ़ाती हैं।

मुख्यमंत्री ने बहनों की सुरक्षा-सम्मान का किया वादा-
समारोह में श्री शर्मा को महिलाओं ने तिलक लगाकर रक्षा सूत्र बांधा और नारियल भी भेंट किया। श्री शर्मा ने भी राखी के उपहार स्वरूप प्रदेश की 1 लाख 21 हजार आंगनबाड़ी बहनों को डीबीटी के माध्यम से 501-501 रुपये की राशि हस्तांतरित की। आंगनबाड़ी बहनों को छाता और मिठाई भी उपहार स्वरुप भेंट किए गए। मुख्यमंत्री ने कहा कि बहनों के द्वारा मेरी कलाई पर बांधी गई यह राखी मेरा सुरक्षा कवच है। मैं बहनों की सुरक्षा और सम्मान का वादा करता हूं। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने राखी के अवसर पर प्रदेश की बहनों के लिए रोडवेज बसों में दो दिन निःशुल्क यात्रा की घोषणा की।

प्रदेश में बनी 9 लाख 25 हजार लखपति दीदी-
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में महिला सशक्तीकरण के लिए निरंतर फैसले लिए गए हैं। राज्य में लखपति दीदी योजना के तहत 18 लाख 25 हजार महिलाओं को प्रशिक्षित कर 9 लाख 25 हजार लखपति दीदी बनाई गई हैं। प्रदेश में 450 रुपये में गैस सिलेंडर, मां वाउचर योजना के तहत निशुल्क सोनोग्राफी और लाडो प्रोत्साहन योजना के तहत 2 लाख 46 हजार बालिकाओं को डेढ़ लाख रुपये का सेविंग बॉण्ड, करीब 33 हजार बेटियों को स्कूटी और साढ़े दस लाख से ज्यादा साइकिल वितरण जैसे योजनाओं और नवाचारों से महिलाओं को प्रोत्साहन दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि महिला सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए कालिका पेट्रोलिंग यूनिट, तीन महिला बटालियन, 65 एंटी रोमियो स्क्वॉड, पुलिस थानों में महिला सुरक्षा एवं सलाह केन्द्रों का संचालन किया जा रहा है।
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने कुपोषित बच्चों के लिए स्किम्ड दूध की मात्रा 15 ग्राम से बढ़ाकर 25 ग्राम करते हुए दूध युक्त बालाहार प्रीमिक्स पैकेट का शुभारंभ किया। इस दौरान आंगनबाडी कार्यकर्ताओं को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित भी किया गया। समारोह में महिला एवं बाल विकास राज्यमंत्री डॉ. मंजू बाघमार, शासन सचिव महिला एवं बाल विकास महेन्द्र सोनी सहित वरिष्ठ अधिकारी और बड़ी संख्या में आंगनबाड़ी बहनें मौजूद रहीं। कार्यक्रम से सभी जिलों से भी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से जुड़ीं।

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