जल संसाधन विभाग के कनिष्ठ अभियंता नितिन पटेल नहर का पानी खोलने पहुंचे तो इटावा के प्रधान रिंकू मीणा ने कनिष्ठ अभियंता के साथ मारपीट कर दी। अभियंता का आरोप लगाया है कि खुद प्रधान और उनके समर्थकों ने नहर से अवरोध हटाने के दौरान पुलिस की मौजूदगी में उनको कई थप्पड़ मारे और गाली-गलौज करते हुए जान से मारने की धमकी दी। वहीं पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज करने से मना कर दिया।
ये है मामला:—
संभागीय आयुक्त के आदेशानुसर नहर विभाग के अधिकारी नहरों में जल प्रवाह सुचारू करने और पानी चोरी रोकने के लिए लगातार निगरानी रख रहे हैं। शिकायत थी कि दाईं मुख्य नहर की गैंता वितरिका की रामपुरिया माइनर में कुछ प्रभावशाली लोगों ने पानी को रोक लिया था। सूचना पर शनिवार को सीएडी के कनिष्ठ अभियंता नितिन पटेल पुलिस कर्मियों के साथ रोके हुये पानी को छुड़ाने पहुंचे इस दौरान इटावा प्रधान रिंकू मीणा और उनके समर्थकों ने जेईएन से मारपीट की।
जेईएन ने बताया कि वे डेढ़ माह पहले नौकरी में आए हैं। शनिवार को सहायक अभियंता के निर्देश पर वे नहर में लगे अवैध अवरोध को हटाने पहुंचे थे। उनके साथ पुलिसकर्मी भी थे। इस दौरान इटावा प्रधान, ओमप्रकाश मीणा, महेंद्र मीणा, नमोनारायण मीणा और देवा नहर पर कार्रवाई का विरोध करते हुए गाली-गलौज करने लगे। नितिन ने बताया कि अचानक आरोपियों ने उन्हें थप्पड़, लात-घूंसे से पीटना शुरू कर दिया और पुलिसकर्मियों के सामने ही मारपीट करते रहे। नितिन ने बताया कि मारपीट के बाद नितिन थाने पहुंचे, लेकिन इटावा पुलिस ने उनकी रिपोर्ट दर्ज नहीं की।
वहीं इस घटना पर इटावा प्रधान रिंकू मीणा ने कहा है कि मैंने जेईएन से मारपीट नहीं की, वह गलत आरोप लगा रहे हैं। जेईएन ने किसानों से अभद्रता की, जिस पर किसानों ने आवेश में थप्पड़ मारे। मैंने तो उन्हें छुड़वाया, अब वे मेरे ऊपर आरोप क्यों लगा रहे हैं, यह समझ से परे है।
दूसरी ओर इटावा पुलिस थाना सीआई संदीप विश्नोई का कहना है कि जेईएन नितिन की ओर से शिकायत दी गई है, जांच की जा रही है। इसके बाद अग्रिम कार्रवाई की जाएगी।




