प्रदेश में कैंसर स्क्रीनिंग सुविधाओं को निचले स्तर तक मजबूत बनाया जा रहा है, ताकि समय पर लक्षणों की पहचान कर आमजन का जीवन बचाया जा सके। इसी कड़ी में अब नागौर जिले के गांव-ढाणियों में आमजन को घर के नजदीक ही स्वास्थ्य जांच की सुविधा उपलब्ध होगी। इस जांच में विशेष रूप से कैंसर की स्क्रीनिंग की जाएगी, जिसके लिए विशेषज्ञ चिकित्सक अपनी सेवाएं प्रदान करेंगे। ग्रामीण क्षेत्रों में कैंसर जांच की सुविधा सुलभ कराने के उद्देश्य से कैंसर स्क्रीनिंग मोबाइल वैन का संचालन शुरू किया गया है। रविवार को चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री गजेन्द्रसिंह खींवसर ने हरी झंडी दिखाकर इस मोबाइल वैन को रवाना किया।
चिकित्सा मंत्री ने खींवसर के राजकीय जिला अस्पताल में डायलिसिस सेंटर का विधिवत उद्घाटन भी किया। डायलिसिस सेंटर के प्रारंभ होने से अब इस क्षेत्र के किडनी रोगियों को बड़ी राहत मिलेगी। यहां रोगियों के उपचार हेतु दो डायलिसिस मशीनों की सुविधा उपलब्ध करवाई गई है।
मंत्री ने इस अवसर पर कहा कि राज्य सरकार का उद्देश्य है कि ग्रामीण अंचलों में रहने वाले प्रत्येक व्यक्ति तक आधुनिक स्वास्थ्य सेवाएं पहुँचें। पहले लोगों को बड़ी एवं गंभीर बीमारियों की जांच और उपचार के लिए दूर-दराज के शहरों में जाना पड़ता था, लेकिन अब सरकार ऐसी सुविधाएं गांव-ढाणी तक पहुंचाने के लिए निरंतर कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों का समय पर पता लगना ही उपचार का पहला कदम है और इस दिशा में यह मोबाइल वैन ग्रामीण स्वास्थ्य क्रांति का माध्यम बनेगी।
श्री खींवसर ने कहा कि स्वस्थ राजस्थान ही समृद्ध राजस्थान का आधार है। स्वास्थ्य सेवाओं को गांवों तक पहुँचाना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है, ताकि हर नागरिक को जीवन का अधिकार सच्चे अर्थों में मिल सके। सरकार की प्राथमिकता है कि किसी भी व्यक्ति को चिकित्सा सुविधा के अभाव में परेशान न होना पड़े।




