मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि सीकर, झूंझनूं और चूरू जिले में स्थित शेखावाटी की हेरिटेज हवेलियों का संरक्षण और जीर्णोद्धार करना राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि ये बहुत ही दुर्लभ हवेलिया हैं, जिनके संरक्षण के लिए अधिनियम भी लाने की आवश्यता हुई तो लाया जायेगा। श्री शर्मा ने कहा कि पर्यटन, कला और संस्कृति को बढ़ावा देना और हमारी अनमोल विरासत का सरंक्षण करना राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होंने निर्देश दिए कि राज्य की सभी हेरिटेज धरोहरों का सर्वे कर उनका विकास करवाया जाए। उन्होंने पर्यटन, कला एवं संस्कृति विभाग के प्रमुख शासन सचिव राजेश यादव को शेखावाटी की सभी 662 हेरिटेज हवेलियों के संरक्षण और जीर्णोद्धार के संबंध में ये निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने झुंझुनूं, चूरू और सीकर जिला कलेक्टरों को भी निर्देशित करते हुए कहा कि अपने— अपने जिले में स्थित हेरिटेज भवनों का संरक्षण करें और इसके लिए सीएसआर से भी सहयोग ले सकते हैं। किया है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार पूर्ण संवेदनशीलता से राज्य की इन अनमोल धरोहरों को संरक्षित करने के लिए प्रतिबद्ध है।
वहीं प्रमुख शासन सचिव राजेश यादव ने बुधवार को जयपुर पर्यटन भवन में विभाग की समीक्षा की। इस दौरन श्री यादव ने निर्देश दिए कि विभाग में जहां पद खाली है वहां वैकल्पिक रूप से आउटसोर्स किया जाए। उन्होंने पर्यटन विभाग में 13 पर्यटन अधिकारी 20 सहायक पर्यटन अधिकारी के पद सहित अन्य विभिन्न पदों को वैकल्पिक व्यवस्था से भरने के निर्देश दिए।
शासन सचिव ने राजस्थान फिल्म पॉलिसी ड्राफ्ट, राजस्थान टूरिज्म पॉलिसी 2025 ड्राफ्ट और राजस्थान एडवेंचर टूरिज्म प्रमोशन स्कीम 2025 के ड्राफ्ट पर चर्चा कर आवश्यक निर्देश दिए। उन्होंने उक्त पॉलिसीज पर तत्परता से विभागीय कार्यवाही कर, अन्तिम रूप प्रदान किया जाने और सक्षम स्तर पर नियमानुसार अनुमोदित करवाने की प्रक्रिया को शीघ्र संपादित करने के भी निर्देश दिए।