मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि हमारी सरकार बालिका शिक्षा, महिला सुरक्षा, महिला सशक्तीकरण और महिला उत्थान को प्राथमिकता मानते हुए काम कर रही है। उन्होंने कहा कि बेटियों की मुस्कान ही हमारी ताकत है और हम प्रदेश की महिला शक्ति के उत्थान के लिए तत्पर हैं। महिलाओं व बेटियों के शिक्षित और सशक्त होने से ही देश और समाज सशक्त होगा। श्री शर्मा शनिवार को बालिकाओं को ई-साइकिल वितरण समारोह के अवसर पर संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि माताएं-बहनें हमारी संस्कृति और संस्कारों को अगली पीढ़ी तक पहुंचाती हैं। मातृशक्ति समाज व परिवार में बच्चों के पालन से लेकर बुजुर्गों की सेवा तक विभिन्न भूमिकाओं का बखूबी निर्वहन करती हैं। राज्य सरकार द्वारा गार्गी पुरस्कार योजना के तहत 3.90 लाख बालिकाओं और बालिका प्रोत्साहन पुरस्कार योजना के तहत लगभग 2 लाख बालिकाओं को प्रोत्साहन दिया गया है। उन्होंने कहा कि लाडो प्रोत्साहन योजना के तहत गरीब परिवारों को बालिकाओं के जन्म पर 1 लाख 50 हजार रुपये का सेविंग बॉन्ड मिल रहा है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने अब तक विभिन्न योजनाओं में लगभग 11 लाख से अधिक छात्राओं को साइकिल प्रदान की है।
राज्य सरकार महिलाओं के आर्थिक सशक्तीकरण के लिए कर रही प्रयास
श्री शर्मा ने कहा कि प्रदेश में महिला सशक्तीकरण की दिशा में मुख्यमंत्री नारी शक्ति उद्यम प्रोत्साहन योजना, प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना और मुख्यमंत्री मातृत्व पोषण योजना संचालित की जा रही हैं। राज्य सरकार ने प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना में प्रोत्साहन राशि को बढ़ाकर 6 हजार 500 रुपये किया है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार पांच साल में चार लाख सरकारी व निजी क्षेत्र में 6 लाख नौकरियों के संकल्प को पूरा करेगी।
मुख्यमंत्री ने इस दौरान बालिकाओं और कामकाजी महिलाओं को ई-साइकिल वितरित की। कार्यक्रम में ईईएसएल की ई-साइकिल प्रोग्राम हैड रितु सिंह सहित बालिकाएं और कामकाजी महिलाएं उपस्थित रहीं।