अश्लील वीडियो वायरल प्रकरण में प्रख्यात हुये मेवाराम जैन की घर वापसी से ने कांग्रेस की सियासत में खलबली मचा दी है। 6 साल के लिए पार्टी से निष्कासित हुए जैन की वापसी से बड़े नेता आमने-सामने हो गये है। प्रदेश स्तर पर कांग्रेस में थमी हुई गुटबाजी को इस घटना ने हवा देने का कार्य किया है।
संचार माध्यमों के अनुसार पूर्व सीएम अशोक गहलोत की सिफारिश के बाद राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे की स्वीकृति से जैन की घर वापसी हुई है। वहीं गहलोत ने एक दिन पहले यह कहकर अपनी बात का समर्थन किया कि कांग्रेस कमेटी की अनुशासन समिति ने सोच-समझकर फैसला लिया है और हम सब इसमें शामिल रहे है। वहीं विरोधी खेमे ने ‘महिलाओं का अपमान नहीं सहेगी कांग्रेस’ और ‘बलात्कारी हमें स्वीकार नहीं’ जैसे नारों वाले होर्डिंग लगाकर अपना विरोध जताया है। राजनीति के जानकारों के अनुसार इस घटना से गहलोत की साख पर असर पड़ने की संभावना जताई है।
दूसरी ओर जैन की वापसी से नागौर के तेजपाल मिर्धा, बलराम यादव और सीकर के बालेंदु सिंह शेखावत की घर वापसी का रास्ता साफ हो गया है। वहीं क्षेत्र में विरोधी खेमे के विधायक हरीश चौधरी, हेमाराम चौधरी, पदमाराम मेघवाल, फतेह खान् गफूर अहमद और महेंद्र चौधरी सक्रिय हो गये है।