पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने गुरूवार को सीकर में एक प्रेस वार्ता में संचार माध्यमों के प्रतिनिधियों को बताया कि सरकार एसआईआर प्रक्रिया में अनावश्यक जल्दबाजी कर BLOs पर असहनीय दबाव डाल रही है। उन्होने कहा कि महीनों से अटकी बुजुर्गों, दिव्यांगों की पेंशन, टूटी सड़कों और ठप पड़ी योजनाओं ने साबित कर दिया है कि आज राजस्थान में सरकार का इकबाल ख़त्म हो गया है।
श्री गहलोत ने कहा कि अधिकारी हों या योजनाएं, दोनों सरकार के होते हैं। योजनाएं किसी व्यक्ति की नहीं, सरकार की होती हैं। भाजपा ने हमारे समय जिन अधिकारियों को “भ्रष्ट” बताकर नाटक किया था, आज उन्हीं को फिर बड़े पदों पर बिठा दिया। इससे साफ़ है उनके आरोप झूठ थे, और मकसद सिर्फ़ माहौल बिगाड़ना था। ऐसे ही सरकारी योजनाओं को अटका दिया, अब उन्हें चालू करना चाहिए। राज्य में सड़कों की दुर्दशा हो गई है। बारिशों में सड़कों को नुक़सान होता है पर ऐसे गड्ढे सड़कों में बन गए हैं कि उन पर चलना मुश्किल हो गया है। सड़क जब नई बनेगी तब बनती रहेगी पर तब तक सरकार को अभियान चलाकर सड़कों के गड्ढों को भरना चाहिए।




