भारत-पाक तनाव के चलते बिलाड़ा कृषि मंडी पड़ रहा है। निर्यात-उन्मुख फसलें जैसे जीरा और सौंफ की आवक और किसानों से खरीद में गिरावट आई है।
व्यापारियों का कहना है कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में निर्यात आदेशों में ठहराव आया हुआ है। इस कारण जीरा और सौंफ के भाव में गिरावट आई है। उन्होने बताया कि पिछले सप्ताह के जीरा का भाव में 4 हजार रुपए प्रति क्विंटल की गिरावट आई है। वहीं सौंफ के भाव में भी 3 हजार रुपए प्रति क्विंटल की गिरावट दर्ज की गई है।
दुसरी ओर गुजरात के ऊंझा मंडी की बात करें तो वहां भी व्यापारियों ने उपज की खरीदारी में कमी की है। मंडी सूत्रों के अनुसार मई में रोजाना जीरा और सौंफ और अन्य कृषि जिंस की आवक लगभग 1000 बोरी भी। लेकिन अब मंडी में लगभग 200 बोरी के आसपास ही माल आ रहा है। वहीं ऊंझा मंडी से भी खरीदारी नहीं हो पा रही है। किसान अपना माल बेचने मंडी नहीं आ रहे है। केवल फोन पर हीं व्यापारियों से भाव मालूम कर रहे है। किसान भाव कम होने के कारणमाल नहीं बेच रहे है।