राज्यपाल हरिभाऊ बागडे ने कहा है कि गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए राज्य में जमीनी स्तर पर प्रयास होने चाहिए। उन्होंने सभी विद्यालयों में पहली कक्षा से चरित्र निर्माण और संस्कारी नागरिक बनाने की शिक्षा देने पर जोर दिया। उन्होंने पिछड़े क्षेत्रों को चिन्हित कर वहां पर राजकीय ही नहीं निजी क्षेत्र में भी स्तरीय विद्यालय खोले जाने को प्रोत्साहित किए जाने की नीति पर कार्य किए जाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता राज्य के गांव गरीब के बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करना होना चाहिए। उन्होंने घुमंतू परिवारों के बच्चों की शिक्षा के लिए भी प्रयास किए जाने पर जोर दिया। उन्होंने राजकीय प्राथमिक विद्यालयों में स्मार्ट कक्षाओं के राज्य सरकार के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने इस क्षेत्र में निजी क्षेत्र को सहयोग के लिए प्रेरित किए जाने पर भी जोर दिया। उन्होंने विद्यालयों में चरित्र निर्माण, संस्कार, देशभक्ति की शिक्षा और नैतिक मूल्य के पाठ भी विशेष रूप से सम्मिलित किए जाने की आवश्यकता जताई। उन्होंने स्कूलों में खेल मैदान निर्माण, बाउंड्री, सौर ऊर्जा, वृक्षारोपण आदि के लिए सभी स्तरों पर प्रयास किए जाने का आह्वान किया।
राज्यपाल बागडे मंगलवार को राजभवन में शिक्षा विभाग की विशेष समीक्षा की कार्यशाला को संबोधित कर रहे थे। दौरान शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने कहा कि शिक्षा में संस्कार शिक्षा को राज्य में प्राथमिकता देते हुए प्रयास किया जा रहा है कि प्रदेश गुणवत्ता शिक्षा में निरंतर विकास करे। उन्होंने शिक्षा क्षेत्र में राज्य में किए जाने वाले विशेष प्रयासो के बारे में भी जानकारी दी।
श्री बागडे ने शिक्षकों के प्रबोधन के लिए भी प्रभावी प्रयास किए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि गुवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए शिक्षकों को समयानुरूप प्रशिक्षण प्रदान करने की प्रभावी व्यवस्था हो। इसके लिए उन्होंने जिलेवार नियमित प्रशिक्षण प्रदान करने, नई शिक्षा नीति के अनुरूप कौशल विकास से विद्यार्थियों को जोड़ने आदि पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता जताई।