जयपुर स्थापना के 297वें वर्ष के उपलक्ष्य पर हेरिटेज निगम की ओर से ताल कटोरा की पाल पर लोक सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में राजस्थानी कलाकारों ने राजस्थानी गीत और भजन गाकर मौजूद लोगों का मन मोह लिया। कार्यक्रम की शुरुआत गणपति वंदना से हुई। इसके बाद मांड गीत केसरिया बालम आओ नी पधारो म्हारे देश गाकर सभी दर्शकों की तालियां बटोरी। वहीं, कलाकार फखरुद्दीन ने कॉमेडियन नृत्य कर दर्शकों को हंसने पर मजबूर कर दिया। रंगीला भाई ने इंजन की आवाज निकाल कर प्रस्तुति दी। इसके अलावा राजस्थानी लोक संगीत वाद्य यंत्र अलगोजा की प्रस्तुति भी दी गई।
महापौर कुसुम यादव ने बताया कि हेरिटेज निगम की ओर से जयपुर स्थापना के 297 वर्ष पूरे होने पर एक महीने से जयपुर वासियों के लिए विभिन्न आयोजन किए जा रहे है। कार्यक्रम का उद्देश्य राजस्थानी लोक कलाकारो को आगे बढ़ाना और लोक सांस्कृतिक परंपरा को जीवंत करना था। वर्तमान में संगीत की दुनिया में नई प्रतिभा और पैटर्न आ रहे है, लेकिन राजस्थानी गीत और संगीत आज भी देश दुनिया में अपना परचम लहरा रहा है। नई पीढ़ी राजस्थानी लोक गीतों नहीं भूलें, इसके लिए समय – समय पर ऐसे आयोजन होना चाहिए।
वहीं कार्तिक शुक्ल पूर्णिमा के अवसर पर देव दीवाली के पावन पर्व पर महापौर ने गलता तीर्थ में दीप दान किया। इस अवसर पर महापौर कुसुम यादव सहित सैकड़ों महिलाओं ने गलता तीर्थ की आरती उतारी और दीपक जलाकर कर मनोकामना मांगी।