गुरूवार को राइजिंग राजस्थान स्वास्थ्य प्री-समिट में स्वास्थ्य, चिकित्सा और आयुष क्षेत्र के निवेशकों के साथ 16,176 करोड़ रुपये के एमओयू पर हस्ताक्षर किये। समिट में हुए एमओयू के साथ ही ‘राइजिंग राजस्थान’ ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट— 2024 के तहत स्वास्थ्य क्षेत्र में हस्ताक्षरित कुल निवेश प्रस्तावों का आंकड़ा 25,400 करोड़ रुपये से अधिक हो गया है। वहीं राजनिवेश पोर्टल पर अब तक 57 हजार करोड़ के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं।
प्री—समिट में किए गये एमओयू में चिकित्सा एवं चिकित्सा शिक्षा क्षेत्र के लिए 14,000 करोड़ रुपये के निवेश एमओयू हुए, जबकि आयुष क्षेत्र में 2,157 करोड़ रुपये के निवेश एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए। स्वास्थ्य एवं चिकित्सा क्षेत्र में अब तक प्राप्त निवेश प्रस्तावों के धरातल पर आने से राज्य में 6 लाख से अधिक प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार के अवसर पैदा होने की संभावना है। एमओयू के जरिए निवेशकों ने जयपुर, अजमेर, जोधपुर, राजसमंद, सीकर और सिरोही सहित विभिन्न जिलों में फार्मा इकाइयां, मेडिकल कॉलेज, विश्वविद्यालय, नर्सिंग कॉलेज, होम्योपैथी, आयुर्वेद कॉलेज, आयुष अनुसंधान पंचकर्म केंद्र, उन्नत आयुर्वेद और प्राकृतिक चिकित्सा संस्थान स्थापित करने का प्रस्ताव दिया है।
इस अवसर मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि अपने कार्यकाल के पहले ही वर्ष में इन्वेस्टमेंट समिट आयोजित कर हमारी सरकार ने अपनी मंशा स्पष्ट कर दी है कि हम न केवल एमओयू पर हस्ताक्षर करने जा रहे हैं, बल्कि अगले 3-4 वर्षों में उन्हें धरातल पर भी उतारने जा रहे हैं। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य क्षेत्र के छोटे और बड़े सभी निवेशकों को स्वागत है, क्योंकि वे सभी जमीनी स्तर पर आम नागरिक की सेवा करेंगे और स्वस्थ एवं समृद्ध प्रदेश की दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।
आयुष क्षेत्र में हुए एमओयू पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि यह जानकर प्रसन्नता हो रही है कि हमने आयुष क्षेत्र में बड़ी संख्या में एमओयू किए हैं। आयुष न केवल भारत की विरासत और पहचान है, बल्कि यह दुनिया के सामने भारतीय संस्कृति और सदियों पुराने ज्ञान को भी प्रदर्शित करता है। दुनियाभर के लोग आयुष की ओर आकर्षित हो रहे हैं और आने वाले वर्षों में इस क्षेत्र में विकास की अपार संभावनाएं हैं।
गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा प्रदान करने के प्रति राज्य सरकार की प्रतिबद्धता के बारे में जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वास्थ्य सेवा के प्रति हमारी प्रतिबद्धता स्पष्ट है। राज्य की 88% आबादी स्वास्थ्य बीमा के दायरे में है, जो देश में सबसे अधिक है। राज्य के 2024-25 के बजट में भी स्वास्थ्य एवं चिकित्सा क्षेत्र के लिए अब तक का सबसे अधिक 28,000 करोड़ रुपए का बजट आवंटित किया गया है, जो राज्य के कुल बजट का 8.26% से अधिक है। प्रदेश में मेडिकल वेल्यू ट्रेवल के क्षेत्र में भी काफी संभावनाएं है। इसे देखते हुए राज्य सरकार जल्द ही मेडिकल वेल्यू ट्रैवल पॉलिसी एवं फार्मा सेक्टर के विकास के लिए नई फार्मा पॉलिसी लाएगी।
श्री शर्मा ने कहा स्वास्थ्य का क्षेत्र सीधा जनसेवा से जुड़ा हुआ है। इसमें निवेश की गई एक—एक पाई लोगों के दु:ख—दर्द दूर करने का काम करेगी और उनके चेहरों पर मुस्कान लाएगी। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में योगदान देने वाला व्यक्ति मानवता की सेवा कर रहा है।
इस दौरान चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री गजेंद्र सिंह खींवसर ने कहा कि इतनी बड़ी संख्या में एमओयू पर हस्ताक्षर किया जाना माननीय मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा जी के नेतृत्व में सरकार द्वारा पिछले 11 महीनों में शुरू की गई नीतियों के प्रभावों को दर्शाता है। ये नये निवेश न केवल राज्य में गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा प्रदान करने के लिए नए स्वास्थ्य सेवा संस्थान, मेडिकल कॉलेज और वेलनेस सेंटर लाएंगे, बल्कि युवाओं के लिए लाखों रोजगार के अवसर भी पैदा करेंगे।