शासन सचिव कृषि और उद्यानिकी राजन विशाल ने कहा कि इस वर्ष ‘हरियालो राजस्थान‘ के तहत बड़े स्तर पर पौधे लगाये जायेंगे। इनमें छायादार व फलदार पौधे अधिक लगाये जायेंगे। ‘हरियालो राजस्थान‘ अभियान के तहत कृषि, उद्यानिकी व कृषि विपणन विभाग द्वारा लगभग 32 लाख पौधे लगाने का लक्ष्य रखा गया है। शासन सचिव शुक्रवार को पंत कृषि भवन में विभागीय अधिकारियों के साथ ‘हरियालो राजस्थान‘ अभियान, कृषक उत्पादक संगठनों की प्रगति, ग्लोबल राजस्थान एग्रीटेक मीट, राजस्थान स्टेट एग्रो इण्डस्ट्रीज कॉरपोरेशन लिमिटेड की प्रगति की समीक्षा कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि ‘हरियालो राजस्थान‘ मोबाइल एप्लीकेशन के माध्यम से लगाये जाने वाले प्रत्येक पौधे की जीयो टैगिंग की जाये, जिससे उनकी निगरानी और सुरक्षा सुनिश्चित हो सके। श्री विशाल ने कहा कि तिलहनी फसलों के उत्पादन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से वर्ष 2024-25 से 2030-31 तक खाद्य तेलों में आत्मनिर्भरता के लिए नेशनल मिशन ऑन एडिबल ऑयल-तिलहन मिशन प्रारंभ किया गया है। वेल्यू चैन पार्टनर्स को ऑयल मील स्थापित करने हेतु प्रदेश में व्यापक प्रचार-प्रसार कर प्रोत्साहित किया जा रहा है। शासन सचिव ने कहा कि राज्य में संचालित ‘एक जिला एक उत्पाद‘ योजनान्तर्गत भौगोलिक विशिष्टता आधारित सूचीबद्ध फसलों का संरक्षण करने एवं क्षेत्र विशेष को पहचान दिलवाये जाने के लिए जियोग्राफिकल इन्डीगेशन टैग (जीआई टैग) कृषक हित में प्राप्त करने के लिए विभाग द्वारा राज्य स्तरीय व जिला स्तरीय कमेटियों का गठन किया गया है। कृषि एवं उद्यानिकी फसलों के उत्पादन एवं गुणवत्ता के मद्देनजर जीआई टैग के पश्चात प्रदेश के कृषि उत्पादों के निर्यात की संभावनाऐं बढ़ेगी। उन्होंने कहा कि राजस्थान स्टेट एग्रो इण्डस्ट्रीज कॉरपोरेशन लिमिटेड राजस्थान सरकार का एक उपक्रम है, जो मुख्य रूप से कृषि क्षेत्र में विकास और समर्थन के लिए काम करता है। इसमें बीजों का उत्पादन, प्रसंस्करण और विपणन करने के साथ-साथ कृषि क्षेत्र में निवेश को बढ़ावा भी दिया जाता है। समीक्षा के दौरान आयुक्त कृषि सुश्री चिन्मयी गोपाल, आयुक्त उद्यानिकी सुरेश कुमार ओला, निदेशक कृषि विपणन विभाग राजेश कुमार चौहान सहित कृषि, उद्यानिकी और कृषि विपणन विभाग के अधिकारी मौजूद रहे।