नगर निगम हेरिटेज महापौर मुनेश गुर्जर की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। राजस्थान हाई कोर्ट ने रिश्वत प्रकरण मामले में दलीलें सुनने के बाद उनके निलंबन पर रोक लगा दी। इसके बाद उन्होंने पदभार ग्रहण कर लिया, लेकिन पदभार ग्रहण करते ही स्वायत्त शासन विभाग ने उन्हें फिर से नोटिस थमा दिया। 23 अगस्त को जारी इस नोटिस में महापौर से राजेंद्र वर्मा प्रकरण में स्पष्टीकरण मांगा है। गुर्जर से इस संबंध में अगले 3 दिन में जवाब देने को कहा है। तय दिनों में जवाब नहीं देने पर उनके खिलाफ एकपक्षीय कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। दूसरी तरफ पदभार ग्रहण करने के बाद उनके समर्थकों ने माला पहनाकर उनका स्वागत किया। इसके अलावा हेरिटेज निगम में दिनभर खुशी का माहौल रहा। मुनेश गुर्जर के ससुर कैप्टन राम प्रसाद गुर्जर ने कोर्ट से राहत मिलने के बाद कहा कि ऊपर वाला हमेशा सही फै सला करता है। वहीं हाई कोर्ट से राहत मिलने के बाद पदभार संभालने से पहले महापौर ने गोविंददेवजी मंदिर और मोती डूंगरी गणेश मंदिर पहुंचकर दर्शन किए। पदभार ग्रहण करते ही उन्होंने कहा कि मुझे भगवान पर पूरा भरोसा है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मिलने का समय दिया तो उनसे मिलकर पूरी घटना से अवगत कराऊंगी।